Iran and America Meeting: ईरान और अमेरिका के बीच न्यूक्लियर डील पर दूसरे फेज की बातचीत हुई. लेकिन ये एक बेहद अजीबो-गरीब बातचीत रही. दोनों देशों का प्रतिनिधिमंडल दो अलग-अलग हॉलों में बैठा था. इनके बीच सीधे तौर पर बातचीत नहीं हुई. ओमान के विदेश मंत्री ने मध्यस्थता की.

Iran and America Meeting: ईरान और अमेरिका के बीच चल रहे तनाव को दूर करने और न्यूक्लियर डील पर सहमति बनाने के लिए दोनों देशों के बीच बातचीत का सिलसिला जारी है. अमेरिका और ईरान के बीच शनिवार को दूसरे चरण की बातचीत हुई. रोम में हुई इस बातचीत में दोनों देशों के बीच रिश्ते सहज होने की उम्मीद जगी है. दोनों ही देशों के प्रतिनिधिमंडलों ने इस बैठक को ‘सकारात्मक’ करार दिया.

भले दोनों देशों की बैठक हुई हो, लेकिन इनकी सीधे तौर पर बातचीत नहीं हुई. ओमानी राजदूत के निवास पर दोनों देशों का प्रतिनिधिमंडलों दो अलग-अलग हॉलों में बैठा रहा. ओमान के विदेश मंत्री बद्र बिन हमद अल-बुसैदी दोनों पक्षों की बातें एक हॉल से दूसरे हॉल तक पहुंचाते रहे. 

ईरान चाह रहा पुख्ता गारंटी
वॉल स्ट्रीट जर्नल की रिपोर्ट बताती है कि ईरान अमेरिका से किसी भी नए समझौते में पुख्ता गारंटी चाहता है. दरअसल, ईरान चाहता है कि अमेरिका आने वाले टाइम में एकतरफा तौर से बाहर ना निकले. यदि ऐसा होता भी है तो ईरान को होने वाले संभावित नुकसान की भरपाई भी हो. ईरान ने यह भी कहा है कि उसके पास संवर्धित यूरेनियम का भंडार है, इसके प्रबंधन पर भी चर्चा होनी चाहिए. वाशिंगटन के लिए ईरान एक राजनयिक दौरे की उम्मीद जता रहा है, ताकि प्रतिबंध हटाने की प्रक्रिया तेज हो.

अमेरिका बोला- राष्ट्रपति का स्टैंड है…
अमेरिका के विशेष दूत स्टीव विटकॉफ ने ना तो ईरान के प्रस्ताव को स्वीकार किया और ना ही अस्वीकार. उन्होंने बस इतना कहा- राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप का स्टैंड है कि ईरान को न्यूक्लियर वेपन नहीं रखने दिए जाएंगे..