डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने गुजरात दौरे के दौरान एक बड़ी जानकारी साझा की, जिसमें उन्होंने ‘ऑपरेशन सिंदूर’ को लेकर कहा कि भारत ने आतंक के खिलाफ की गई सैन्य कार्रवाई को पूरी तरह कैमरे पर रिकॉर्ड किया, ताकि भविष्य में कोई यह न कहे कि प्रमाण दो। गांधीनगर की एक जनसभा में पीएम मोदी ने कहा कि भारत ने पाकिस्तान और पीओके (पाक अधिकृत कश्मीर) में स्थित 9 आतंकी अड्डों को सिर्फ 22 मिनट में तबाह कर दिया, और यह सब बिना किसी छुपाव के किया गया उन्होंने दो टूक कहा, “हमने यह अभियान सार्वजनिक रूप से रिकॉर्ड किया ताकि कोई सबूत मांगने की नौबत न आए।”
पाकिस्तान का असली चेहरा बेनकाब
प्रधानमंत्री ने यह भी स्पष्ट किया कि यह लड़ाई अब सिर्फ परोक्ष नहीं रही, बल्कि पाकिस्तान सीधे तौर पर भारत के खिलाफ मोर्चा खोले हुए है। उन्होंने कहा कि “जब मारे गए आतंकियों के जनाजों में उनके झंडे फहराए जाते हैं और उन्हें सम्मान दिया जाता है, तो ये छुपी लड़ाई नहीं रहती।” उन्होंने इसे पाकिस्तान की सीधी भागीदारी बताया।
चेतावनी साफ है – शांति से रहो या परिणाम भुगतो
भुज में एक दिन पहले आयोजित सभा में पीएम मोदी ने सख्त लहजे में कहा था, “पाकिस्तान अगर चैन से जीना चाहता है तो अच्छा है, वरना जवाब देने के लिए भारत तैयार है। मेरी गोली तो है ही।” यह बयान स्पष्ट संकेत है कि भारत अब सिर्फ जवाबी कार्रवाई नहीं, बल्कि रणनीतिक बढ़त के साथ चल रहा है।
75 साल पुराने फैसले पर सवाल
प्रधानमंत्री ने अपने भाषण में इतिहास का जिक्र करते हुए कहा कि “जब पाकिस्तान ने POK पर कब्जा किया, उस समय अगर सरदार पटेल की रणनीति मानी गई होती, तो आज की स्थितियां अलग होतीं। पहलगाम की घटना उस अधूरी कार्रवाई की एक और कड़ी है।”
भारत की आर्थिक उड़ान: 11 से 4 नंबर तक पहुंचे, अब अगला लक्ष्य तीसरा स्थान
प्रधानमंत्री ने अपने 10 साल के कार्यकाल की उपलब्धियों पर रोशनी डालते हुए कहा कि जब उन्होंने 2014 में शपथ ली थी, तब भारत दुनिया की 11वीं सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था था। आज भारत चौथे स्थान पर है और तीसरे नंबर की ओर अग्रसर है उन्होंने कहा, “जब हमने ब्रिटेन को पीछे छोड़ा तो देश में गर्व की लहर दौड़ गई। अब तीसरे नंबर पर पहुंचना कोई सपना नहीं।”
गुजरात की कहानी: नमक से हीरा तक का सफर
गुजरात की तरक्की को लेकर प्रधानमंत्री ने कहा कि राज्य ने सीमित संसाधनों के बावजूद जबरदस्त प्रगति की है “जहां कभी यह पूछा जाता था कि गुजरात अलग होकर क्या करेगा, वहीं आज यहां के पर्यटन, व्यापार और औद्योगिक विकास की मिसालें दी जाती हैं। हमने नमक से हीरे तक का सफर तय किया है।”
लोकल उत्पादों के लिए अपील: गणेशजी भी विदेशी नहीं होने चाहिए
आम जनता को संबोधित करते हुए मोदी ने वोकल फॉर लोकल की अपील की उन्होंने कहा, 2047 तक जब आज़ादी के 100 साल पूरे होंगे, तब हमें संकल्प लेना होगा कि हम विदेशी सामान नहीं बेचेंगे। दुर्भाग्य है कि अब तो होली के रंग से लेकर गणेशजी की मूर्तियां तक विदेशी आ रही हैं। ये मानसिकता बदलनी होगी।
प्रधानमंत्री मोदी का यह भाषण सिर्फ शब्दों का आदान-प्रदान नहीं था, बल्कि इसमें भारत की सुरक्षा नीति, रणनीतिक सोच और आत्मनिर्भरता का प्रतिबिंब दिखाई दिया। ऑपरेशन सिंदूर अब सिर्फ एक सैन्य कार्रवाई नहीं, बल्कि देश की बदलती कार्यशैली और साहसिक नेतृत्व का प्रतीक बन चुका है।
0 Comments