इलॉन मस्क ने राजनीति से किया किनारा, ट्रम्प प्रशासन को कहा अलविदा; बोले- अब विज्ञान और नवाचार ही मेरी प्राथमिकता

टेस्ला और स्पेसX जैसी दिग्गज कंपनियों के मालिक इलॉन मस्क ने आखिरकार अमेरिका के पूर्व राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प की प्रशासनिक टीम से खुद को पूरी तरह अलग कर लिया है उन्होंने खुद यह जानकारी अपने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म X पर साझा की और कहा कि सरकार में उनकी भूमिका अब पूरी हो चुकी है। मस्क ने लिखा, DOGE में मेरा योगदान अब समाप्त हो चुका है। यह मेरे लिए एक अहम अनुभव था, लेकिन अब मैं पूरी तरह टेक्नोलॉजी और इनोवेशन पर फोकस करूंगा।

क्या है DOGE और क्यों अहम थी मस्क की भूमिका ?

DOGE यानी डिपार्टमेंट ऑफ गवर्नमेंट एफिशिएंसी, वह विभाग है जिसे सरकारी खर्चों में सुधार लाने और प्रशासनिक प्रक्रियाओं को डिजिटल रूप से बेहतर बनाने के मकसद से ट्रम्प प्रशासन ने शुरू किया था। मस्क को इसका नेतृत्व 2023 में सौंपा गया था। उनके कार्यकाल में कई विभागों में कटौती और डिजिटल मॉनिटरिंग जैसी नई व्यवस्थाएं लागू की गई थीं।

इस्तीफा तय तारीख से एक दिन पहले, इशारा या इत्तेफाक ?

मस्क का कार्यकाल 30 मई 2025 तक निर्धारित था, लेकिन उन्होंने 29 मई की सुबह ही अपना इस्तीफा सार्वजनिक कर दिया जानकारों का मानना है कि यह कदम पूर्व नियोजित था, लेकिन इसके पीछे बिग ब्यूटीफुल बिल को लेकर असहमति भी एक वजह मानी जा रही है।

बिग ब्यूटीफुल बिल से नाराज थे मस्क

ट्रम्प प्रशासन द्वारा प्रस्तावित वित्तीय सुधार बिल, जिसे ट्रम्प ने बिग ब्यूटीफुल कहा था, मस्क को रास नहीं आया। इस बिल में टैक्स कटौती, सैन्य खर्च में वृद्धि और सरकार की कर्ज सीमा बढ़ाने जैसे प्रस्ताव थे मस्क ने इस पर नाराज़गी जाहिर करते हुए कहा था कि, यदि DOGE की मूल भावना खर्च में कटौती है, तो यह बिल उसके उलट है।

मस्क के बदले रुख के और भी संकेत

हाल ही में दिए गए इंटरव्यू में मस्क ने कहा था कि वह अब राजनीतिक फंडिंग या चुनावी दान नहीं करेंगे। इसके अलावा उन्होंने यह भी कहा कि अमेरिकी प्रशासनिक मशीनरी उतनी सक्षम नहीं है जितनी वह समझते थे।

DOGE का भविष्य अब क्या ?

इलॉन मस्क के पद छोड़ने के बाद DOGE के सामने कई सवाल खड़े हो गए हैं:

  • कार्यात्मक धीमापन: नेतृत्व की कमी से विभाग की रफ्तार पर असर पड़ सकता है।
  • नई नियुक्ति की चुनौती: मस्क के जैसी प्रोफाइल वाला व्यक्ति मिलना मुश्किल होगा।
  • कानूनी दबाव: पहले से चल रहे मुकदमे और ट्रांसपेरेंसी के सवाल अब और तेज़ हो सकते हैं।
  • साल 2026 तक का लक्ष्य मुश्किल: तय समय में 1 ट्रिलियन डॉलर की बचत का लक्ष्य अब असंभव नहीं तो कठिन जरूर हो गया है।

ट्रम्प-मस्क संबंधों में खटास कब आई ?

हालिया महीनों में मस्क और ट्रम्प के बीच कई मुद्दों पर टकराव सामने आए:

  • xAI और UAE प्रोजेक्ट विवाद: मस्क की कंपनी को विदेशी AI प्रोजेक्ट में हिस्सेदारी नहीं मिली, जबकि प्रतिद्वंदी कंपनी को लाभ मिला।
  • वित्तीय योगदान पर विवाद: मस्क द्वारा ट्रम्प टीम को चुनावी फंडिंग का वादा कर पैसे समय पर न देना भी विवाद का विषय बना।
  • गोपनीय सूचनाओं पर बवाल: पेंटागन की कथित सीक्रेट ब्रीफिंग को लेकर विवाद गहराया, जिसके बाद दो अधिकारियों को बर्खास्त किया गया।

प्रशासन में लिए गए मस्क के फैसले जो विवादों में रहे

  1. 56,000 कर्मचारियों की छंटनी, जिससे अमेरिका में प्रदर्शन शुरू हुए।
  2. गोपनीय डेटा एक्सेस, जिसे राष्ट्रीय सुरक्षा के लिए खतरा बताया गया।
  3. सरकारी कर्मचारियों से ईमेल द्वारा जवाबदेही की मांग, जिससे नाराजगी फैली।
  4. यूएसएआईडी और अन्य एजेंसियों की फंडिंग कटौती, जिस पर विपक्ष ने सवाल उठाए।

इन फैसलों के खिलाफ अमेरिका के लगभग हर राज्य में 1400 से अधिक विरोध प्रदर्शन हुए। इनमें सामाजिक संगठनों, मजदूर यूनियनों, LGBTQ+ समूहों और कई पूर्व सैनिकों ने हिस्सा लिया।

मस्क का अगला कदम ?

सूत्रों के अनुसार मस्क अब पूरी तरह से टेक्नोलॉजी इनोवेशन और स्पेस रिसर्च की ओर लौटने जा रहे हैं। टेस्ला, स्पेसX और xAI अब उनकी प्राथमिकता होंगे। राजनीतिक गलियारों में यह चर्चा तेज है कि मस्क की यह विदाई अस्थायी नहीं, बल्कि स्थायी ब्रेकअप है।

Written by Sharad Shrivastava

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