गुजरात के दाहोद में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने देश को विकास की दिशा में बढ़ते कदमों से अवगत कराने के साथ-साथ आतंकवाद के खिलाफ भारत की निर्णायक नीति पर भी बड़ा बयान दिया। कई करोड़ की परियोजनाओं के उद्घाटन के दौरान आयोजित सभा में प्रधानमंत्री का भाषण भावनात्मक, चेतावनी भरा और विकास की सोच से भरपूर रहा।
आतंक के खिलाफ कड़ा रुख
पहलगाम हमले का ज़िक्र करते हुए पीएम मोदी ने आतंकवादियों को दो टूक चेतावनी दी। उन्होंने कहा “जो हमारी बहनों का सिंदूर मिटाने की कोशिश करेगा, उसका खुद का अस्तित्व मिटना तय है। यह सिर्फ सैन्य कार्रवाई नहीं, बल्कि 140 करोड़ भारतीयों की भावनाओं का जवाब है।” मोदी के इस बयान ने साफ कर दिया कि भारत अब सिर्फ शब्दों से नहीं, साहसिक जवाबों से आतंक का सामना करेगा।
‘ऑपरेशन सिंदूर’ सिर्फ एक मिशन नहीं, हमारी भावना है
प्रधानमंत्री ने कहा कि ऑपरेशन सिंदूर कोई सामान्य सैन्य कार्रवाई नहीं थी यह भारत की संस्कृति, सम्मान, और महिलाओं की गरिमा की रक्षा का प्रतीक था। उन्होंने कहा, “हमारी सेना ने आतंकियों को खोजकर मारा। जो उन्होंने 22 तारीख को किया, उसका जवाब उन्हें उसी दिन मिल गया।”
सीमा पार कार्रवाई पर बोले पीएम – “पाकिस्तान को मिला करारा जवाब”
पीएम मोदी ने साफ किया कि पाकिस्तान को जवाब उसी की भाषा में दिया गया जिन्होंने भारत की तरफ आंख उठाई, उन्हें पता चल गया कि मोदी सरकार क्या कर सकते हैं। हमारी सेना ने पाकिस्तानी फौज को धूल चटा दी। यह बयान स्पष्ट संकेत था कि भारत अब अपने राष्ट्रीय स्वाभिमान के साथ कोई समझौता नहीं करेगा।
विकास का दूसरा चेहरा – आत्मनिर्भर भारत की गति
राजनीतिक संदेश के साथ प्रधानमंत्री ने देश के औद्योगिक विकास पर भी प्रकाश डाला उन्होंने बताया कि अब भारत सिर्फ आयात नहीं करता, बल्कि सेना के हथियारों से लेकर खिलौनों तक का निर्यात कर रहा है दाहोद में बनी पहली इलेक्ट्रिक लोकोमोटिव फैक्ट्री का उद्घाटन करते हुए पीएम ने कहा, तीन साल पहले जिन योजनाओं का शिलान्यास किया गया था, आज उनके नतीजे सामने हैं। ये वही प्रोजेक्ट हैं, जिन पर कभी शक किया गया था।
26 मई का ज़िक्र और 2014 की यादें
प्रधानमंत्री ने अपनी पहली शपथ को याद करते हुए कहा, आज से ठीक 11 साल पहले मैंने पहली बार प्रधानमंत्री के रूप में शपथ ली थी। इस सफर में गुजरात के लोगों ने जो समर्थन दिया, वह हमेशा मेरे साथ है। उसी ताकत से हम देश को आगे बढ़ा रहे हैं।
सुरक्षा और विकास, दोनों ही हैं मोदी सरकार की प्राथमिकता
दाहोद की इस जनसभा में प्रधानमंत्री मोदी का संदेश साफ था देश की सुरक्षा हो या आत्मनिर्भरता का सपना, भारत अब रुकने वाला नहीं। चाहे आतंकवादियों को जवाब देना हो या रेलवे नेटवर्क का विद्युतीकरण, भारत हर मोर्चे पर मजबूती से आगे बढ़ रहा है।
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