नई दिल्ली |
भारत और पाकिस्तान के बीच हाल ही में हुए संघर्ष और ऑपरेशन सिंदूर की रणनीतिक सफलता को लेकर चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ (CDS) जनरल अनिल चौहान ने एक अहम बयान दिया है उन्होंने स्पष्ट किया कि युद्ध कोई भी हो, उसमें नुकसान से पूरी तरह बचा नहीं जा सकता, लेकिन भारत ने जिस सटीक और प्रभावी तरीके से जवाब दिया, वह हमारी सैन्य क्षमता और रणनीतिक परिपक्वता का प्रमाण है।
‘गलती को पहचानकर सुधारना हमारी ताकत है’ – CDS
सीडीएस जनरल चौहान ने कहा कि एक सफल सैन्य शक्ति वही होती है, जो अपनी गलतियों को समय रहते पहचान कर उसे सुधारने और दोहराने से बचने में सक्षम हो। हमने अपने सामरिक दृष्टिकोण में सुधार किया, दो दिन के भीतर फिर से प्रभावी रणनीति अपनाई और अपने जेट विमानों को लंबी दूरी तक सटीक निशाने पर भेजने में सक्षम रहे, यह बयान उन खबरों के संदर्भ में आया है जिसमें भारत द्वारा पाकिस्तान में आतंकी ठिकानों पर गहरे और सटीक हवाई हमलों की बात की गई थी।
शांगरी-ला डायलॉग में पाकिस्तान को किया बेनकाब
सिंगापुर में हुए 22वें शांगरी-ला डायलॉग में जनरल चौहान ने अंतरराष्ट्रीय मंच से पाकिस्तान को आतंकवाद के मुद्दे पर घेरा। उन्होंने कहा कि भारत को हर बार पाकिस्तान से धोखा मिला है और अब भारत की रणनीति पहले जैसी नहीं रही। भारत ने 2014 के बाद से कूटनीति और सुरक्षा दोनों मोर्चों पर अपने नजरिए को पूरी तरह बदला है। पहले हमने पाकिस्तान को संवाद का अवसर दिया था, लेकिन जब बदले में केवल शत्रुता मिली, तो भारत ने अलगाव को ही बेहतर रणनीति माना |
‘विकास और स्थिरता में भारत आगे, यह संयोग नहीं रणनीति का परिणाम है’
सीडीएस ने भारत-पाकिस्तान के बीच विकास के अंतर को भी रेखांकित किया उन्होंने कहा कि आज भारत आर्थिक प्रदर्शन, मानव विकास सूचकांक और सामाजिक समरसता जैसे सभी पैमानों पर पाकिस्तान से कहीं आगे है। “यह अंतर किसी संयोग से नहीं, बल्कि लंबी रणनीतिक योजना और स्थिर शासन के कारण संभव हुआ है, उ
परमाणु विवाद पर ट्रंप के दावे को नकारा
जब उनसे अमेरिका के पूर्व राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप द्वारा दिए गए उस बयान पर सवाल पूछा गया जिसमें उन्होंने दावा किया था कि अमेरिका ने भारत-पाकिस्तान के बीच परमाणु युद्ध को टाला, तो जनरल चौहान ने टिप्पणी करने से इनकार कर दिया, लेकिन यह जरूर कहा कि यह कल्पना करना ही बेतुका है कि कोई भी पक्ष परमाणु हथियारों के उपयोग के करीब था।
सटीक हमलों की क्षमता का दावा
सीडीएस ने यह भी खुलासा किया कि भारत ने ऑपरेशन सिंदूर के दौरान पाकिस्तान के गहराई तक स्थित सैन्य हवाई ठिकानों पर 300 किलोमीटर के भीतर एक मीटर की सटीकता से हमले किए। इससे भारत की सैन्य ताकत और तकनीकी कुशलता का भी प्रदर्शन हुआ।
शांति की प्रक्रिया जारी, भविष्य पाकिस्तान के रवैये पर निर्भर
जनरल चौहान ने यह भी कहा कि संघर्ष की समाप्ति की दिशा में बातचीत और अंतरराष्ट्रीय राजधानियों में कूटनीतिक प्रयास जारी हैं। हालांकि, यह आगे पाकिस्तान के व्यवहार और नीतिगत निर्णयों पर निर्भर करेगा कि हालात सामान्य होंगे या नहीं।
सीडीएस अनिल चौहान का बयान इस बात का साफ संकेत है कि भारत अब न केवल जवाब देने में सक्षम है, बल्कि रणनीतिक सोच में भी वैश्विक मानकों पर खरा उतर रहा है ऑपरेशन सिंदूर ने सिर्फ सैन्य क्षमता नहीं, भारत की कूटनीतिक दृढ़ता और आत्मनिर्भर रणनीति को भी दुनिया के सामने उजागर किया है।
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