लाइफस्टाइल डेस्क – आजकल कम उम्र में चश्मा लगना आम होता जा रहा है। बच्चे, युवा और यहां तक कि स्कूल जाने वाले स्टूडेंट्स भी आंखों की कमजोरी की समस्या से जूझ रहे हैं। इसकी मुख्य वजहें हैं – बढ़ता स्क्रीन टाइम, खराब जीवनशैली, पोषण की कमी और पर्याप्त नींद न मिलना। ऐसे में जहां एक तरफ सही खानपान जरूरी है, वहीं दूसरी ओर योग भी आंखों की सेहत को बनाए रखने में बेहद असरदार हो सकता है।
कुछ ऐसे योगासन हैं जिन्हें अगर आप रोज़ाना कुछ ही मिनटों के लिए करें, तो आंखों पर पड़ने वाला दबाव कम हो सकता है और दृष्टि बेहतर बन सकती है। आइए जानते हैं ऐसे ही 5 आसान योग क्रियाएं, जो आंखों की रोशनी बढ़ाने में मददगार हो सकती हैं।
1. त्राटक – ध्यान और एकाग्रता से आंखों को मजबूती
त्राटक क्रिया आंखों की सेहत के लिए सबसे लाभकारी योग अभ्यासों में से एक मानी जाती है। इस क्रिया में किसी स्थिर वस्तु – जैसे जलती हुई मोमबत्ती की लौ – को बिना पलक झपकाए देखा जाता है। यह प्रक्रिया आंखों की मांसपेशियों को मजबूती देती है और फोकस पावर को बढ़ाती है।
कैसे करें:
- अंधेरे कमरे में बैठें और एक मोमबत्ती को आंखों की सीध में अपने सामने रखें।
- बिना पलक झपकाए लौ को लगातार देखें।
- जब आंखों में पानी आने लगे, तो उन्हें बंद कर लें और कुछ देर आंखों को आराम दें।
- यह अभ्यास 2-3 बार दोहराएं।
2. भस्त्रिका प्राणायाम – ऑक्सीजन और ऊर्जा का संतुलन
भस्त्रिका प्राणायाम न केवल फेफड़ों और दिमाग के लिए अच्छा होता है, बल्कि यह आंखों को भी ताज़गी देने में सहायक है। यह अभ्यास तनाव को कम करता है और रक्तसंचार को बेहतर बनाता है।
कैसे करें:
- सीधी मुद्रा में बैठें।
- तेजी से गहरी सांस अंदर लें और ज़ोर से बाहर छोड़ें।
- इस अभ्यास को करीब एक से दो मिनट तक नियमित रूप से करें।
3. सर्वांगासन – सिर तक पहुंचाए बेहतर ब्लड फ्लो
सर्वांगासन शरीर को उल्टा करके किया जाने वाला योगासन है, जिससे रक्त प्रवाह सिर और आंखों की तरफ बढ़ता है। यह आंखों को पोषण देने के साथ-साथ स्ट्रेस कम करने में भी मदद करता है।
कैसे करें:
- सीधे लेटें और फिर धीरे-धीरे दोनों पैरों को ऊपर की ओर उठाएं।
- पीठ को हाथों से सहारा देते हुए शरीर को कंधों पर संतुलित करें।
- 30 सेकंड से 2 मिनट तक इस स्थिति में रहें।
4. हलासन – आंखों से लेकर पेट तक फायदा
हलासन, सर्वांगासन जैसा ही एक और प्रभावशाली योगासन है जो आंखों की मांसपेशियों को आराम देने के साथ-साथ पाचन और मेटाबोलिज्म सुधारने में भी सहायक होता है।
कैसे करें:
- पीठ के बल लेटें और पैरों को ऊपर उठाकर सिर के पीछे ज़मीन तक ले जाएं।
- हाथों को सीधा ज़मीन पर रखें और कुछ देर रुकें।
5. पामिंग – काम के बीच आंखों को दें विराम
आई पामिंग एक सरल लेकिन प्रभावशाली तकनीक है जो डिजिटल थकान को कम करती है और आंखों को ताज़गी देती है।
कैसे करें:
- हअपनी हथेलियों को तब तक आपस में मलें जब तक उनमें हल्की गर्माहट न महसूस होने लगे।
- फिर आंखें बंद कर लें और हल्की हथेलियों को पलकों पर कुछ सेकंड के लिए रखें।
- यह प्रक्रिया दिन में 2-3 बार दोहराएं, खासकर जब कंप्यूटर या मोबाइल स्क्रीन के सामने लंबा समय बिताएं।
आंखों की देखभाल केवल दवाओं और चश्मे तक सीमित नहीं होनी चाहिए। सही खानपान, नींद और योग का संयोजन आंखों की सेहत को लंबे समय तक बनाए रखने में मदद करता है। ऊपर बताए गए योगासन न सिर्फ आपकी दृष्टि को मजबूत करने में सहायक हैं, बल्कि मानसिक शांति और समग्र स्वास्थ्य के लिए भी लाभदायक हैं। दिन में कुछ ही मिनट निकालकर इन आसान योग अभ्यासों को आज़माएं – आपकी आंखें आपको धन्यवाद कहेंगी!
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