रेल का सफर कुछ अलग ही होता है न हड़बड़ी होती है न भागदौड़ सिर्फ खिड़की के बाहर बदलते नज़ारे धीमी हवा और सफर के साथ बहती यादें कई बार मंज़िल तक पहुंचने से पहले ही रास्ता हमारे दिल में बस जाता है भारत में कुछ ऐसे ट्रेन रूट्स हैं जहां हर मोड़ पर आपको लगेगा जैसे आपने कोई नई दुनिया देख ली हो पहाड़ों की ऊँचाइयां समुद्र की लहरें हरियाली से भरे खेत या सुनहरी रेत ये रूट्स हर मुसाफिर के दिल में हमेशा के लिए एक कहानी छोड़ जाते हैं।
चलिए जानते हैं भारत के 5 सबसे हसीन और यादगार ट्रेन सफर, जिनसे गुजरना खुद में एक ज़िंदगी भर का अनुभव है।
1. कालका से शिमला – टॉय ट्रेन में जादुई सफर
करीब 85 किलोमीटर की यह हेरिटेज ट्रेन यात्रा सुरंगों, पाइन के पेड़ों और बर्फीली पहाड़ियों से होकर गुजरती है 100 से ज्यादा सुरंगें, पुरानी ब्रिटिश एरा के स्टेशन बिल्डिंग्स और घाटियों के बेजोड़ नज़ारे इस सफर को एक फेयरीटेल एक्सपीरियंस बना देते हैं सबसे शानदार वक्त मार्च से जून या फिर बर्फबारी देखने के लिए दिसंबर–जनवरी।
2. मंडपम से रामेश्वरम – समंदर के ऊपर दौड़ती ट्रेन
भारत का पहला सी-ब्रिज ‘पंबन ब्रिज’ इस रूट का हीरो है जैसे ही ट्रेन इस ब्रिज पर चलती है आपको लगेगा जैसे आप पानी के ऊपर उड़ रहे हैं दोनों तरफ नीला समंदर, हवा में नमक की खुशबू और दूर तक फैली लहरें यह सफर हर रोमांच प्रेमी के लिए एक ड्रीम ट्रिप है।
3. जैसलमेर से जोधपुर – रेत, रंग और राजस्थान
इस सफर में रेत के समंदर पर चलती ट्रेन दूर-दूर तक बिखरे गांव ऊंटों की झलक और बच्चों की ट्रेन को देखते हुए मुस्कानें… सब कुछ आपको राजस्थानी संस्कृति की असली झलक दिखाएंगे सूरज की रौशनी में रेत के बदलते रंगों को देखना एक बिल्कुल अलग अनुभव होता है।
4. सिलीगुड़ी से दार्जिलिंग – चाय बागानों के बीच से गुजरता सपना
दार्जिलिंग हिमालयन रेलवे की यह टॉय ट्रेन चाय के बागानों, बादलों और झरनों के बीच से निकलती है ट्रेन इतने पास से गुजरती है कि आपको लगेगा जैसे आप किसी के आंगन से होकर जा रहे हों बाटासिया लूप पर पूरा शहर और पहाड़ जब आंखों के सामने आता है तो कैमरा रखना मुश्किल हो जाता है।
5. मुंबई से गोवा – जंगल, सुरंग और समुद्र की जुगलबंदी
ये सफर आपको कोंकण की हरियाली, तटों की शांति और झीलों के बीच लेकर जाता है 10–12 घंटे की यह यात्रा किसी भी रोड ट्रिप को पीछे छोड़ सकती है जब ट्रेन सुरंगों से निकलती है और सामने समुद्र की झलक मिलती है तो वाकई लगता है सफर ही असली सुकून है।
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