भोपाल, 29 मई 2025
राज्य मंत्रालय की सुरक्षा व्यवस्था पर एक बार फिर सवाल खड़े हो गए हैं। मध्यप्रदेश के खाद्य एवं नागरिक आपूर्ति मंत्री गोविंद सिंह राजपूत के कार्यालय से भगवान गणेश की चांदी की मूर्ति गायब होने की खबर से प्रशासनिक गलियारों में हलचल मच गई है घटना तब सामने आई जब मंगलवार को कैबिनेट बैठक के बाद मंत्री डॉ. राजपूत अपने चेंबर पहुंचे। रोज़ाना की तरह पूजा के लिए जैसे ही उन्होंने अपनी मेज की ओर देखा, वहां पर गणेश जी की प्रतिमा मौजूद नहीं थी। यह देख कर वे चौंक गए और तुरंत अपने स्टाफ से मूर्ति की जानकारी मांगी, लेकिन हैरानी की बात यह रही कि किसी के पास मूर्ति के बारे में कोई स्पष्ट जानकारी नहीं थी।
चेंबर का लॉक नहीं था, अब सुरक्षा पर उठ रहे सवाल
सूत्रों के अनुसार, मंत्री का कार्यालय बिल्डिंग के दूसरे फ्लोर पर स्थित है। आमतौर पर मंत्री का चेंबर बंद नहीं किया जाता और वहां आने-जाने वालों की संख्या भी सीमित नहीं होती। यह भी सामने आया है कि चेंबर में कई महत्वपूर्ण दस्तावेजों के साथ यह मूर्ति भी नियमित रूप से रखी जाती थी।
चांदी की प्रतिमा चोरी, जांच में जुटी सुरक्षा एजेंसियां
घटना की सूचना मिलते ही मंत्रालय के सुरक्षा अधिकारी और पुलिस मौके पर पहुंच गए प्रारंभिक जांच में चैंबर और आसपास के CCTV फुटेज खंगाले जा रहे हैं। बताया जा रहा है कि पुलिस एक महीने के रिकार्ड को स्कैन कर रही है ताकि किसी तरह की संदिग्ध गतिविधि पकड़ी जा सके। शक की सुई सफाईकर्मियों या नियमित स्टाफ की ओर भी जा रही है, क्योंकि कार्यालय में बाहर के व्यक्तियों का प्रवेश सीमित रहता है।
मंत्री बोले – ऐसी घटना की उम्मीद नहीं थी
इस घटना को लेकर मंत्री डॉ. गोविंद सिंह राजपूत ने भी नाराजगी जाहिर की है। उन्होंने कहा, यह बेहद दुर्भाग्यपूर्ण है कि सरकार के सबसे सुरक्षित भवन में ऐसी घटना हुई है। मुझे उम्मीद नहीं थी कि मेरे दफ्तर से इस तरह चोरी हो सकती है। मूर्ति मेरे लिए आस्था का विषय थी।
क्या कहती है सुरक्षा व्यवस्था?
प्रदेश सचिवालय को सबसे सुरक्षित सरकारी इमारतों में गिना जाता है। यहां प्रवेश केवल पहचान पत्र के माध्यम से ही होता है बावजूद इसके यदि किसी मंत्री के चेंबर से चोरी हो जाए, तो यह स्पष्ट संकेत है कि सुरक्षा व्यवस्था में कहीं न कहीं बड़ी चूक हुई है मामले की गंभीरता को देखते हुए वरिष्ठ अधिकारियों को जांच का जिम्मा सौंपा गया है
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