लेग-स्पिनर युजवेंद्र चहल का क्रिकेट करियर इन दिनों सही राह पर नहीं चल रहा था.

लेकिन पंजाब किंग्स के इस खिलाड़ी ने मंगलवार को हुए कोलकाता नाइट राइडर्स के साथ आईपीएल के एक बेहद दिलचस्प मुक़ाबले में चार विकेट लेकर अपनी टीम को लगभग हारा हुआ मैच जितवा दिया.

चहल ने महज़ 28 रन देकर चार विकेट झटके और पंजाब को एक ऐतिहासिक जीत दिलाई.

पहले बैटिंग करते हुए पंजाब की टीम सिर्फ़ 111 रन बना पाई थी. पूरी टीम 15.3 ओवरों में ही केकेआर के सामने ढेर हो गई थी. लेकिन चहल और मार्को जानसेन की गेंदबाज़ी के बदौलत पंजाब ने आईपीएल में सबसे कम स्कोर को डिफ़ेंड करके इतिहास रच दिया.

केकेआर का पलड़ा भारी

एक समय ऐसा लग रहा था कि केकेआर की टीम बहुत आसानी से लक्ष्य तक पहुँच कर मैच जीत जाएगी.

उनके दो विकेट जल्दी गिर गए लेकिन कप्तान अजिंक्य रहाणे और अंगकृश रघुवंशी ने शानदार साझेदारी के साथ तीसरे विकेट के लिए 55 रन जोड़े.

इन दोनों बलबाज़ों ने पावरप्ले के अंत तक टीम का स्कोर 55 (दो विकेट के नुक़सान पर) तक पहुंचा दिया था. अगले 14 ओवरों में कोलकाता की टीम को केवल 57 रनों की दरकार थी.

फिर रहाणे और उनके साथी बल्लेबाज़ रघुवंशी की एक गलती और पंजाब किंग्स के श्रेयस अय्यर की आक्रामक कप्तानी ने मैच पलट दिया.

चहल को आठवें ओवर में लाया गया और पहली ही गेंद से उन्होंने स्पिन करने की क्षमता दिखाई. घूमती गेंद को देखकर कप्तान अय्यर ने स्लिप में एक फ़ील्डर तैनात कर दिया.

उस ओवर की चौथी गेंद पर ही रहाणे ने स्पिन के साथ खेलने के बजाय उसके विरुद्ध स्विप शॉट खेला और अंपायर ने उन्हें एलबीडब्ल्यू आउट दे दिया.

दोनों बल्लेबाज़ों के बीच थर्ड अंपायर रिव्यू लेने के लिए बातचीत भी हुई लेकिन उन्होंने रिव्यू नहीं लिया.

बाद में रीप्ले से ऐसा लगा कि गेंद पैड पर ऑफ-स्टंप के बाहर लगी थी और वह आउट नहीं थे.

उनके आउट होने के बाद विकेटों की झड़ी लग गई और एक के बाद एक बल्लेबाज़ विकेट गंवाते चले गए.